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संस्कृत-ज्ञानस्य अनुक्रमणिका

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UGC - net सम्पुर्ण संस्कृत सामग्री कोड - २५ पुरा सिलेबस

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वैदिक-साहित्य

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वैदिक-साहित्य भाग - १

वैदिक साहित्य का सामान्य परिचय - 

सहिता साहित्य
संवाद सूक्त :
ब्राह्मण साहित्य
आरण्यक साहित्य
वेदांग

वैदिक-साहित्य भाग - २

(ख) वैदिक साहित्य का विशिष्ट अध्ययन :-

1. निम्नलिखित सूक्तों का अध्ययन :- 

ऋग्वेदः - 

शुक्लयजुर्वेदः -  
अथर्ववेदः -  

2. ब्राह्मण-साहित्य :- 

3. उपनिषद् साहित्य :-

11 श्वेरश्वेतर

4. वैदिक व्याकरण, निरुक्त एवं वैदिक व्याख्या पद्धति :- 

वैदिक साहित्य के अभ्यास प्रश्न (Q 1-250):- click here

दर्शन- साहित्य

दर्शन- साहित्य भाग - ३

(क) प्रमुख भारतीय दर्शनों का सामान्य परिचय :-

योग, न्याय, वैशेषिक, मीमांसा के संदर्भ में )

दर्शन- साहित्य भाग - ४

(ख) दर्शन-साहित्य का विशिष्ट अध्ययन :-

दर्शन साहित्य के अभ्यास प्रश्न :-


व्याकरण एवं भाषाविज्ञान-

व्याकरण एवं भाषाविज्ञान भाग - ५

(क) परिचय: निम्नलिखित आचायों का परिचय :-

  •  पाणिनि, कात्यायन, पतंजलि, भर्तृहरि, वामनजयादित्य, भट्टोजिदीक्षित, नागेशभट्ट, जैनेन्द्र, कैय्यट, शाकटायन, हेमचन्द्रसूरि, सारस्वतव्याकरणकरण

  • पाणिनीय शिक्षा  
  • भाषाविज्ञान :- 
  • भाषा की परिभाषा, 
  • भाषा का वर्गीकरण ( आकृतिमूलक एवं पारिवारिक), 
  • ध्वनियों का वर्गीकरण : स्पर्श, संघर्षी, अर्धस्वर, स्वर (संस्कृत ध्वनियों के विशेष संदर्भ में), 
  • मानवीय ध्वनियंत्र, 
  • ध्वनि परिवर्तन के कारण, 
  • ध्वनि नियम (ग्रिम. ग्रासमान बर्नर) अर्थ परिवर्तन की दिशाएँ एवं कारण,
  •  वाक्य का लक्षण व भेद, 
  • भारोपीय परिवार का सामान्य परिचय
  •  वैदिक संस्कृत एवं लौकिक संस्कृत में अन्तर, भाषा तथा वाक् में अन्तर, 
  • भाषा तथा बोली में अन्तर

व्याकरण एवं भाषाविज्ञान भाग - ६

(ख) व्याकरण का विशिष्ट अध्ययन  - 

  • परिभाषाएँ :- संहिता, संयोग, गुण, वृद्धि प्रातिपदिक, नदी, घि,  उपधा, अपृक्त, गति, पद, विभाषा, सवर्ण, टि, प्रगृह्य, सर्वनामस्थान, भ, सर्वनाम, निष्ठा ।

  • सन्धि - अच सन्धि, हल सन्धि, विसर्ग सन्धि (लघुसिद्धान्तकौमुदी के अनुसार ) 
  • सुबन्त अजन्त :- राम, सर्व (तीनों लिंगों में) विश्वपा, हरि, त्रि (तीनों लिंगों में) सखि, सुधी, गुरु, पितृ, गौ, रमा, मति, नदी, धेनु, मातृ, ज्ञान, वारि, मधु

  • हलन्त :- लिह्, विश्ववाह, चतुर (तीनों लिंगों में), इदम(तीनों लिंगों में), किम(तीनों लिंगों में), तत् (तीनों लिंगी में), राजन मघवन् पथिन, विद्वस् अस्मद, युष्मद 
  • समास :- अव्ययीभाव, तत्पुरुष, बहुव्रीहि, द्वन्द्व, (लघुसिद्धान्तकौमुदी के अनुसार)
  • तद्धित :- अपत्यार्थक एवं मत्वर्थीय (सिद्धान्तकौमुदी के अनुसार)

  • तिङन्त :-  भू, एध्, अद्, अस्, हु, दिव्, पुञ्, तुद्, तन्, कृ रुध्, क्रीञ्, चुर् ।

  • प्रत्ययान्त :- णिजन्त, सन्नन्त, यङन्त, यङ्लुगन्त, नामधातु ।

  • कृदन्त :- तव्य/तव्यत्, आनीयर्, यत् ण्यत्, क्यप्, शतृ, शनच्, क्त्वा, क्त, क्तवतु, तुमुन्, णमुल् ।

  • स्त्री प्रत्यय :- लघुसिद्धान्तकौमुदी के अनुसार

  • कारक प्रकरण :- सिद्धान्तकौमुदी के अनुसार 
  • परस्मैपद एवं आत्मनेपद विधान :- सिद्धान्तकौमुदी के अनुसार

  • महाभाष्य (पस्पशाह्निक) :- शब्दपरिभाषा, शब्द एवं अर्थ संबंध, व्याकरण अध्ययन के उद्देश्य, व्याकरण की परिभाषा, साधु शब्द के प्रयोग का परिणाम, व्याकरण पद्धति।

  • वाक्यपदीयम् (ब्रह्मकाण्ड) :- स्फोट का स्वरूप, शब्द-ब्रह्म का स्वरूप, शब्द ब्रह्म की शक्तियाँ, स्फोट एवं ध्वनि का संबंध, शब्द अर्थ संबंध, ध्वनिः के प्रकार, भाषा के स्तर

व्याकरण एवं भाषाविज्ञान के अभ्यास प्रश्न :-


संस्कृत साहित्य काव्यशास्त्र एवं छन्दपरिचय :

संस्कृत साहित्य काव्यशास्त्र एवं छन्दपरिचय भाग - ७

(क) निम्नलिखित का सामान्य परिचय

  • भास, अश्वघोष, कालिदास, शूद्रक, विशाखदत्त, भारवि माघ, हर्ष, बाणभट्ट, दण्डी, भवभूति, भट्टनारायण, बिल्हण, श्रीहर्ष, अम्बिकादत्तव्यास, पंडिता क्षमाराव, वी. राघवन, श्रीधरभास्कर वर्णेकर ।

  • काव्यशास्त्र : रससम्प्रदाय, अलंकारसम्प्रदाय, रीतिसम्प्रदाय, ध्वसम्प्रदाय, कोक्तिसम्प्रदाय, औचित्यमम्प्रदाया
  • पाश्चात्य काव्यशास्त्र अरस्तु, लॉनाइनस, क्रोचे ।


संस्कृत साहित्य काव्यशास्त्र एवं छन्दपरिचय भाग - ८

(ख) निम्नलिखित का विशिष्ट अध्ययन

  • पद्य :- बुद्धचरितम् (प्रथम), रघुवंशम् (प्रथमसर्ग), किरातार्जुनीयम् (प्रथमसर्ग), शिशुपालवधम् (प्रथमसर्ग), नैषधीयचरितम् (प्रथमसर्ग)

  • नाट्य :- स्वप्रवासवदत्तम्, अभिज्ञानशाकुन्तलम्, वेणीसंहारम्, मुद्राराक्षसम्, उत्तररामचरितम्, रत्नावली, मृच्छकटिकम् 

  • गद्य :- दशकुमारचरितम् (अष्टम-उच्छ्वास), हर्षचरितम् (पञ्चम-उच्छ्वास), कादम्बरी (शुकनासोपदेश)

  • चम्पूकाव्य :- नलचम्पू (प्रथम-उच्छ्वास)
  • साहित्यदर्पण :- 

  • काव्यप्रकाश :- काव्यप्रयोजन, काव्यहेतु, काव्यभेद, शब्दशक्ति, काव्यलक्षण, अभिहितान्वयवाद, अन्विताभिधानवाद, रसस्वरूप एवं रससूत्र विमर्श, रसदोष, काव्यगुण, व्यंजनावृत्ति की स्थापना (पञ्चम उल्लास)

  • अंलकार:- वक्रोक्ति अनुप्रास, यमक, श्लेष, उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा, समासोक्ति, अपह्नुति, निदर्शना अर्थान्तरन्यास, दृष्टान्त, विभावना, विशेषोक्ति, स्वभावोक्ति, विरोधाभास, सकंर, संसृष्टि।

  • ध्वन्यालोकः (प्रथम उद्योत)

  • वक्रोक्तिजीवितम् (प्रथम उन्मेष)
  • भरत नाट्यशास्त्रम् (द्वितीय एवं षष्ठ अध्याय)

  • दशरूपकम् (प्रथम तथा तृतीय प्रकाश)

  • छन्द परिचय- आर्या, अनुष्टुप, इन्द्रवज्रा, उपेन्द्रवज्रा, वसन्ततिलका, उपजाति, वंशस्थ द्रुतविलम्बित, शालिनी, मालिनी, शिखरिणी, मन्दाक्रान्ता, हरिणी, शार्दूलविक्रीडित, स्रग्धरा 
साहित्य के अभ्यास प्रश्न :-


पुराणेतिहास, धर्मशास्त्र एवं अभिलेखशास्त्र

पुराणेतिहास, धर्मशास्त्र एवं अभिलेखशास्त्र भाग - ९

(क) निम्नलिखित का सामान्य परिचय :

  • रामायण - विषयवस्तु काल, रामायणकालीन समाज, परवर्ती ग्रन्थों के लिए प्रेरणास्रोत. साहित्यिक महत्त्व, रामायण में

  • महाभारत - विषयवस्तु काल, महाभारतकालीन समाज, परवर्ती ग्रन्थों के लिए प्रेरणास्त्रोत, साहित्यिक महत्त्व, महाभारत में आख्यान
  •  पुराण पुराण की परिभाषा, महापुराण उपपुराण, पौराणिक सृष्टि-विज्ञान, आख्यान

  • प्रमुख स्मृतियों का सामान्य परिचय।
  • अर्थशास्त्र का सामान्य परिचय।

  • लिपि ब्राह्मी लिपि का इतिहास एवं उत्पत्ति के सिद्धान्त। 
  • अभिलेख का सामान्य परिचयः

पुराणेतिहास, धर्मशास्त्र एवं अभिलेखशास्त्र भाग - १०

(ख) निम्नलिखित ग्रन्थों का विशिष्ट अध्ययन

  • कौटिलीय अर्थशास्त्रम् (प्रथम विनयाधिकारिक)

  • मनुस्मृतिः (प्रथम, द्वितीय तथा सप्तम अध्याय) 
  • याज्ञवल्क्यस्मृति: (व्यवहाराध्याय)

  • लिपि तथा अभिलेख-
  •  गुप्तकालीन तथा अशोककालीन ब्राह्मी लिपि । 
  • अशोक के अभिलेख प्रमुख शिलालेख, प्रमुख स्तम्भलेख मौर्योत्तरकालीन अभिलेख कनिष्क के शासन वर्ष 3 का सारनाथ बौद्ध प्रतिमा लेख, रुद्रदामन का गिरनार शिलालेख, खारवेल का हाथीगुम्फा अभिलेख ।
  •  गुप्तकालीन एवं गुप्तोत्तरकालीन अभिलेख समुद्रगुप्त का इलाहाबाद स्तम्भलेख, यशोधर्मन का मन्दसौर शिलालेख, हर्ष का बांसखेडा ताम्रपट्ट अभिलेख, पुलकेशिन द्वितीय का एहोल शिलालेख ।

  • पुराणेतिहास, धर्मशास्त्र (मनुस्मृति, याज्ञवल्क्यस्मृति, अर्थशास्त्र) 
लिपि एवं अभिलेखशास्त्र के अभ्यास प्रश्न :- 

परिशिष्ट :-


1. वैदिक वाङ्मयम्

2. ऋग्वैदिक देवताः

3. ऋग्वैदिक (शाकल) मन्त्रविभागाः

4. वैदिक वाङ्मय-परिचय-सारणी

5. निर्दिष्ट-दर्शनग्रन्थानां-परिचय-सामान्यम्

6. भारतीय दर्शन की शाखाओं की सूची

7. साङ्खसाहित्य

8. महाकाव्यादीनां ग्रन्थानां संक्षिप्त परिचय-सारणी

9. रूपकोपरूपकादिनिरूपणम्

  • संस्कृतवाङ्मयम्
  • ग्रन्थ एवं ग्रन्थकार
  • काव्यशास्त्रम्
  • संस्कृतनाटकम्
  • संस्कृतकविः
  • संस्कृत संख्या
  • संस्कृतपत्रिकाणाम् अनुक्रमणिका
  • प्रमुख भाष्यकार एवं ग्रन्थ
  • विविधसमासानामावली
  • वैदिक साहित्य का सामान्य परिचय
  • दर्शन साहित्य का सामान्य परिचय
  • साहित्य का सामान्य परिचय

विगत वर्षो के प्रश्नपत्र-

  • नेट द्वितीय प्रश्नपत्र जून 2015
  • नेट तृतीय प्रश्नपत्र जून 2015
  • नेट द्वितीय प्रश्नपत्र दिसम्बर 2015
  • नेट तृतीय प्रश्नपत्र दिसम्बर- 2015
  • नेट द्वितीय प्रश्नपत्र जुलाई-2016
  • नेट तृतीय प्रश्नपत्र जुलाई-2016
  • नेट द्वितीय प्रश्नपत्र जनवरी-2017
  • नेट तृतीय प्रश्नपत्र जनवरी- 2017
  • नेट द्वितीय प्रश्नपत्र नवम्बर-2017
  • नेट तृतीय प्रश्नपत्र नवम्बर-2017
  • नेट प्रश्नपत्र जुलाई-2018
  • नेट प्रश्नपत्र दिसम्बर 2018
  • नेट प्रश्नपत्र जून 2019
  • नेट प्रपत्र दिसम्बर 2019
  • नेट प्रश्नपत्र जून 2020


उत्तरमाला..



मम विषये! About the author

ASHISH JOSHI
नाम : संस्कृत ज्ञान समूह(Ashish joshi) स्थान: थरा , बनासकांठा ,गुजरात , भारत | कार्य : अध्ययन , अध्यापन/ यजन , याजन / आदान , प्रदानं । योग्यता : शास्त्री(.B.A) , शिक्षाशास्त्री(B.ED), आचार्य(M. A) , contact on whatsapp : 9662941910

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