"दानेन तुल्यं सुहृदोस्ति नान्यो" संस्कृत भाषा की सेवा और विस्तार करने के हमारे इस कार्य में सहभागी बने और यथाशक्ति दान करे। About-Us Donate Now! YouTube Chanel

UGC - net सम्पुर्ण संस्कृत सामग्री कोड - २५ पुरा सिलेबस

UGC - net सम्पुर्ण संस्कृत सामग्री कोड - २५ पुरा सिलेबस
Please wait 0 seconds...
click and Scroll Down and click on Go to Download for Sanskrit ebook
Congrats! Link is Generated नीचे जाकर "click for Download Sanskrit ebook" बटन पर क्लिक करे।

UGC - net सम्पुर्ण संस्कृत सामग्री कोड - २५ पुरा सिलेबस

 UGC - net सम्पुर्ण संस्कृत सामग्री कोड - २५ अनुक्रमणिका

अनुक्रमणिका

वैदिक-साहित्य

NOTE :- यहा पर किसीभी topic ( शब्द ) के बारेमें पढने के लिये उस पर क्लिक करे ।

वैदिक-साहित्य भाग - १

वैदिक साहित्य का सामान्य परिचय - 

सहिता साहित्य
संवाद सूक्त :
ब्राह्मण साहित्य
आरण्यक साहित्य
वेदांग

वैदिक-साहित्य भाग - २

(ख) वैदिक साहित्य का विशिष्ट अध्ययन :-

1. निम्नलिखित सूक्तों का अध्ययन :- 

ऋग्वेदः - 

शुक्लयजुर्वेदः -  
अथर्ववेदः -  

2. ब्राह्मण-साहित्य :- 

3. उपनिषद् साहित्य :-

11 श्वेरश्वेतर

4. वैदिक व्याकरण, निरुक्त एवं वैदिक व्याख्या पद्धति :- 

  • निरुक्त (अध्याय 1 तथा 2) चार पद नाम विचार, आख्यात विचार, उपसर्गों का अर्थ, निपात की कोटियाँ,
  • निरुक्त अध्ययन के प्रयोजन
  • निर्वाचन के सिद्धान्त
  • निम्नलिखित शब्दों की व्युत्पत्ति :- आचार्य, वीर, हृद, गो, समुद्र, वृत्र, आदित्य, उषम, मेघ, वाक्, उदक, नदी, अश्व, अग्नि, जातवेदस्, वैश्वानर, निघण्टु ।

  • निरुक्त (अध्याय 7 दैवत काण्ड)
  • वैदिक स्वर:- उदात्त, अनुदात्त तथा स्वरित
  • वैदिक व्याख्या पद्धति:- प्राचीन, अर्वाचीन एवं पाश्चात्य.

वैदिक साहित्य के अभ्यास प्रश्न :-

दर्शन- साहित्य

दर्शन- साहित्य भाग - ३

(क) प्रमुख भारतीय दर्शनों का सामान्य परिचय :-

  • प्रमाणमीमांसा, तत्त्वमीमांसा, आचारमीमांसा, ( चार्वाक, जैन, बौद्ध, न्याय, सांख्य, योग, न्याय, वैशेषिक, मीमांसा के संदर्भ में)

दर्शन- साहित्य भाग - ४

(ख) दर्शन-साहित्य का विशिष्ट अध्ययन :-

  • ईश्वरकृष्ण सांख्यकारिका - सत्कार्यवाद, पुरुषस्वरूप प्रकृतिस्वरूप, सृष्टिक्रम, प्रत्ययसर्ग, कैमल्य
  • सदानन्द वेदान्तसार - अनुबन्ध-चतुष्टर, अज्ञान, अध्यारोप अपवाद, लिंगशरीरोत्पत्ति, पंचीकरण, विवर्त, महावाक्य, जीवन्मुक्तिः
  • अन्नंभट्टः तर्कसंग्रह / केशव मिश्र तर्कभाषा - पदार्थ, कारण, प्रमाण (प्रत्यक्ष, अनुमान, उपमान, शब्द) प्रामाण्यवाद, प्रमेय
  • 1. लौगाक्षिभास्कर अर्थसंग्रह
  • 2. पतंजलि: योगसूत्र (व्यासभाष्य) वित्तभूमि चित्तवृत्तियाँ, ईश्वर का स्वरूप, योगाङ्ग, समाधि, कैवल्या
  • 3. बादरायण ब्रह्मसूत्र 1.1 (शांकरभाष्य)
  • 4. विश्वनाथपंचाननः न्यायसिद्धान्तमुक्तावली (अनुमानखण्ड)
  • 5. सर्वदर्शनसंग्रह जैनमत, वौद्धमत

दर्शन साहित्य के अभ्यास प्रश्न :-


व्याकरण एवं भाषाविज्ञान-

व्याकरण एवं भाषाविज्ञान भाग - ५

(क) परिचय: निम्नलिखित आचायों का परिचय :-

  •  पाणिनि, कात्यायन, पतंजलि, भर्तृहरि, वामनजयादित्य, भट्टोजिदीक्षित, नागेशभट्ट, जैनेन्द्र, कैय्यट, शाकटायन, हेमचन्द्रसूरि, सारस्वतव्याकरणकरण

  • पाणिनीय शिक्षा  
  • भाषाविज्ञान :- 
  • भाषा की परिभाषा, 
  • भाषा का वर्गीकरण ( आकृतिमूलक एवं पारिवारिक), 
  • ध्वनियों का वर्गीकरण : स्पर्श, संघर्षी, अर्धस्वर, स्वर (संस्कृत ध्वनियों के विशेष संदर्भ में), 
  • मानवीय ध्वनियंत्र, 
  • ध्वनि परिवर्तन के कारण, 
  • ध्वनि नियम (ग्रिम. ग्रासमान बर्नर) अर्थ परिवर्तन की दिशाएँ एवं कारण,
  •  वाक्य का लक्षण व भेद, 
  • भारोपीय परिवार का सामान्य परिचय
  •  वैदिक संस्कृत एवं लौकिक संस्कृत में अन्तर, भाषा तथा वाक् में अन्तर, 
  • भाषा तथा बोली में अन्तर

व्याकरण एवं भाषाविज्ञान भाग - ६

(ख) व्याकरण का विशिष्ट अध्ययन  - 

  • परिभाषाएँ :- संहिता, संयोग, गुण, वृद्धि प्रातिपदिक, नदी, घि,  उपधा, अपृक्त, गति, पद, विभाषा, सवर्ण, टि, प्रगृह्य, सर्वनामस्थान, भ, सर्वनाम, निष्ठा ।

  • सन्धि - अच सन्धि, हल सन्धि, विसर्ग सन्धि (लघुसिद्धान्तकौमुदी के अनुसार ) 
  • सुबन्त अजन्त :- राम, सर्व (तीनों लिंगों में) विश्वपा, हरि, त्रि (तीनों लिंगों में) सखि, सुधी, गुरु, पितृ, गौ, रमा, मति, नदी, धेनु, मातृ, ज्ञान, वारि, मधु

  • हलन्त :- लिह्, विश्ववाह, चतुर (तीनों लिंगों में), इदम(तीनों लिंगों में), किम(तीनों लिंगों में), तत् (तीनों लिंगी में), राजन मघवन् पथिन, विद्वस् अस्मद, युष्मद 
  • समास :- अव्ययीभाव, तत्पुरुष, बहुव्रीहि, द्वन्द्व, (लघुसिद्धान्तकौमुदी के अनुसार)
  • तद्धित :- अपत्यार्थक एवं मत्वर्थीय (सिद्धान्तकौमुदी के अनुसार)

  • तिङन्त :-  भू, एध्, अद्, अस्, हु, दिव्, पुञ्, तुद्, तन्, कृ रुध्, क्रीञ्, चुर् ।

  • प्रत्ययान्त :- णिजन्त, सन्नन्त, यङन्त, यङ्लुगन्त, नामधातु ।

  • कृदन्त :- तव्य/तव्यत्, आनीयर्, यत् ण्यत्, क्यप्, शतृ, शनच्, क्त्वा, क्त, क्तवतु, तुमुन्, णमुल् ।

  • स्त्री प्रत्यय :- लघुसिद्धान्तकौमुदी के अनुसार

  • कारक प्रकरण :- सिद्धान्तकौमुदी के अनुसार 
  • परस्मैपद एवं आत्मनेपद विधान :- सिद्धान्तकौमुदी के अनुसार

  • महाभाष्य (पस्पशाह्निक) :- शब्दपरिभाषा, शब्द एवं अर्थ संबंध, व्याकरण अध्ययन के उद्देश्य, व्याकरण की परिभाषा, साधु शब्द के प्रयोग का परिणाम, व्याकरण पद्धति।

  • वाक्यपदीयम् (ब्रह्मकाण्ड) :- स्फोट का स्वरूप, शब्द-ब्रह्म का स्वरूप, शब्द ब्रह्म की शक्तियाँ, स्फोट एवं ध्वनि का संबंध, शब्द अर्थ संबंध, ध्वनिः के प्रकार, भाषा के स्तर

व्याकरण एवं भाषाविज्ञान के अभ्यास प्रश्न :-


संस्कृत साहित्य काव्यशास्त्र एवं छन्दपरिचय :

संस्कृत साहित्य काव्यशास्त्र एवं छन्दपरिचय भाग - ७

(क) निम्नलिखित का सामान्य परिचय

  • भास, अश्वघोष, कालिदास, शूद्रक, विशाखदत्त, भारवि माघ, हर्ष, बाणभट्ट, दण्डी, भवभूति, भट्टनारायण, बिल्हण, श्रीहर्ष, अम्बिकादत्तव्यास, पंडिता क्षमाराव, वी. राघवन, श्रीधरभास्कर वर्णेकर ।

  • काव्यशास्त्र : रससम्प्रदाय, अलंकारसम्प्रदाय, रीतिसम्प्रदाय, ध्वसम्प्रदाय, कोक्तिसम्प्रदाय, औचित्यमम्प्रदाया
  • पाश्चात्य काव्यशास्त्र अरस्तु, लॉनाइनस, क्रोचे ।


संस्कृत साहित्य काव्यशास्त्र एवं छन्दपरिचय भाग - ८

(ख) निम्नलिखित का विशिष्ट अध्ययन

  • पद्य :- बुद्धचरितम् (प्रथम), रघुवंशम् (प्रथमसर्ग), किरातार्जुनीयम् (प्रथमसर्ग), शिशुपालवधम् (प्रथमसर्ग), नैषधीयचरितम् (प्रथमसर्ग)

  • नाट्य :- स्वप्रवासवदत्तम्, अभिज्ञानशाकुन्तलम्, वेणीसंहारम्, मुद्राराक्षसम्, उत्तररामचरितम्, रत्नावली, मृच्छकटिकम् 

  • गद्य :- दशकुमारचरितम् (अष्टम-उच्छ्वास), हर्षचरितम् (पञ्चम-उच्छ्वास), कादम्बरी (शुकनासोपदेश)

  • चम्पूकाव्य :- नलचम्पू (प्रथम-उच्छ्वास)
  • साहित्यदर्पण :- 

  • काव्यप्रकाश :- काव्यप्रयोजन, काव्यहेतु, काव्यभेद, शब्दशक्ति, काव्यलक्षण, अभिहितान्वयवाद, अन्विताभिधानवाद, रसस्वरूप एवं रससूत्र विमर्श, रसदोष, काव्यगुण, व्यंजनावृत्ति की स्थापना (पञ्चम उल्लास)

  • अंलकार:- वक्रोक्ति अनुप्रास, यमक, श्लेष, उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा, समासोक्ति, अपह्नुति, निदर्शना अर्थान्तरन्यास, दृष्टान्त, विभावना, विशेषोक्ति, स्वभावोक्ति, विरोधाभास, सकंर, संसृष्टि।

  • ध्वन्यालोकः (प्रथम उद्योत)

  • वक्रोक्तिजीवितम् (प्रथम उन्मेष)
  • भरत नाट्यशास्त्रम् (द्वितीय एवं षष्ठ अध्याय)

  • दशरूपकम् (प्रथम तथा तृतीय प्रकाश)

  • छन्द परिचय- आर्या, अनुष्टुप, इन्द्रवज्रा, उपेन्द्रवज्रा, वसन्ततिलका, उपजाति, वंशस्थ द्रुतविलम्बित, शालिनी, मालिनी, शिखरिणी, मन्दाक्रान्ता, हरिणी, शार्दूलविक्रीडित, स्रग्धरा 
साहित्य के अभ्यास प्रश्न :-


पुराणेतिहास, धर्मशास्त्र एवं अभिलेखशास्त्र

पुराणेतिहास, धर्मशास्त्र एवं अभिलेखशास्त्र भाग - ९

(क) निम्नलिखित का सामान्य परिचय :

  • रामायण - विषयवस्तु काल, रामायणकालीन समाज, परवर्ती ग्रन्थों के लिए प्रेरणास्रोत. साहित्यिक महत्त्व, रामायण में

  • महाभारत - विषयवस्तु काल, महाभारतकालीन समाज, परवर्ती ग्रन्थों के लिए प्रेरणास्त्रोत, साहित्यिक महत्त्व, महाभारत में आख्यान
  •  पुराण पुराण की परिभाषा, महापुराण उपपुराण, पौराणिक सृष्टि-विज्ञान, आख्यान

  • प्रमुख स्मृतियों का सामान्य परिचय।
  • अर्थशास्त्र का सामान्य परिचय।

  • लिपि ब्राह्मी लिपि का इतिहास एवं उत्पत्ति के सिद्धान्त। 
  • अभिलेख का सामान्य परिचयः

पुराणेतिहास, धर्मशास्त्र एवं अभिलेखशास्त्र भाग - १०

(ख) निम्नलिखित ग्रन्थों का विशिष्ट अध्ययन

  • कौटिलीय अर्थशास्त्रम् (प्रथम विनयाधिकारिक)

  • मनुस्मृतिः (प्रथम, द्वितीय तथा सप्तम अध्याय) 
  • याज्ञवल्क्यस्मृति: (व्यवहाराध्याय)

  • लिपि तथा अभिलेख-
  •  गुप्तकालीन तथा अशोककालीन ब्राह्मी लिपि । 
  • अशोक के अभिलेख प्रमुख शिलालेख, प्रमुख स्तम्भलेख मौर्योत्तरकालीन अभिलेख कनिष्क के शासन वर्ष 3 का सारनाथ बौद्ध प्रतिमा लेख, रुद्रदामन का गिरनार शिलालेख, खारवेल का हाथीगुम्फा अभिलेख ।
  •  गुप्तकालीन एवं गुप्तोत्तरकालीन अभिलेख समुद्रगुप्त का इलाहाबाद स्तम्भलेख, यशोधर्मन का मन्दसौर शिलालेख, हर्ष का बांसखेडा ताम्रपट्ट अभिलेख, पुलकेशिन द्वितीय का एहोल शिलालेख ।

  • पुराणेतिहास, धर्मशास्त्र (मनुस्मृति, याज्ञवल्क्यस्मृति, अर्थशास्त्र) 
लिपि एवं अभिलेखशास्त्र के अभ्यास प्रश्न :- 

परिशिष्ट :-


1. वैदिक वाङ्मयम्

2. ऋग्वैदिक देवताः

3. ऋग्वैदिक (शाकल) मन्त्रविभागाः

4. वैदिक वाङ्मय-परिचय-सारणी

5. निर्दिष्ट-दर्शनग्रन्थानां-परिचय-सामान्यम्

6. भारतीय दर्शन की शाखाओं की सूची

7. साङ्खसाहित्य

8. महाकाव्यादीनां ग्रन्थानां संक्षिप्त परिचय-सारणी

9. रूपकोपरूपकादिनिरूपणम्

  • संस्कृतवाङ्मयम्
  • ग्रन्थ एवं ग्रन्थकार
  • काव्यशास्त्रम्
  • संस्कृतनाटकम्
  • संस्कृतकविः
  • संस्कृत संख्या
  • संस्कृतपत्रिकाणाम् अनुक्रमणिका
  • प्रमुख भाष्यकार एवं ग्रन्थ
  • विविधसमासानामावली
  • वैदिक साहित्य का सामान्य परिचय
  • दर्शन साहित्य का सामान्य परिचय
  • साहित्य का सामान्य परिचय

विगत वर्षो के प्रश्नपत्र-

  • नेट द्वितीय प्रश्नपत्र जून 2015
  • नेट तृतीय प्रश्नपत्र जून 2015
  • नेट द्वितीय प्रश्नपत्र दिसम्बर 2015
  • नेट तृतीय प्रश्नपत्र दिसम्बर- 2015
  • नेट द्वितीय प्रश्नपत्र जुलाई-2016
  • नेट तृतीय प्रश्नपत्र जुलाई-2016
  • नेट द्वितीय प्रश्नपत्र जनवरी-2017
  • नेट तृतीय प्रश्नपत्र जनवरी- 2017
  • नेट द्वितीय प्रश्नपत्र नवम्बर-2017
  • नेट तृतीय प्रश्नपत्र नवम्बर-2017
  • नेट प्रश्नपत्र जुलाई-2018
  • नेट प्रश्नपत्र दिसम्बर 2018
  • नेट प्रश्नपत्र जून 2019
  • नेट प्रपत्र दिसम्बर 2019
  • नेट प्रश्नपत्र जून 2020


उत्तरमाला..



About the Author

नाम : संस्कृत ज्ञान समूह(Ashish joshi) स्थान: थरा , बनासकांठा ,गुजरात , भारत | कार्य : अध्ययन , अध्यापन/ यजन , याजन / आदान , प्रदानं । योग्यता : शास्त्री(.B.A) , शिक्षाशास्त्री(B.ED), आचार्य(M. A) , contact on whatsapp : 9662941910

एक टिप्पणी भेजें

आपके महत्वपूर्ण सुझाव के लिए धन्यवाद |
(SHERE करे )
Cookie Consent
We serve cookies on this site to analyze traffic, remember your preferences, and optimize your experience.
Oops!
It seems there is something wrong with your internet connection. Please connect to the internet and start browsing again.
AdBlock Detected!
We have detected that you are using adblocking plugin in your browser.
The revenue we earn by the advertisements is used to manage this website, we request you to whitelist our website in your adblocking plugin.
Site is Blocked
Sorry! This site is not available in your country.