कौषितकि उपनिषद्
6/29/2023 04:59:12 pm
कौषितकि उपनिषद्
कौषितकि उपनिषद्
UGC - net सम्पुर्ण संस्कृत सामग्री कोड - २५ पुरा सिलेबस
यह 'शाखायन' आरण्यक का अंश है। अध्याय 3 से 6 तक चार अध्याय कौषीतकि उपनिषद् है। इसमें 4 अध्याय हैं ।
- प्राणस्य ब्रह्मणो मनो दूतम् । (प्राण ब्रह्म है)
- उक्थं ब्रह्म। स एष त्रयीविद्याया आत्मा ( मंत्रशक्ति ब्रह्म है)
- ब्रह्म दीप्यते यन्मनमा ध्यायति । (ब्रह्म की शक्ति से सभी इन्द्रियों में शक्ति)
- यो वै प्राणः सा प्रजा, या वा प्रज्ञा स प्राणः । (प्राण, प्रज्ञा महत्व)