
Sanskrit Gyan
- ASHISH JOSHI
- नाम : संस्कृत ज्ञान समूह(Ashish joshi) स्थान: थरा , बनासकांठा ,गुजरात , भारत | कार्य : अध्ययन , अध्यापन/ यजन , याजन / आदान , प्रदानं । योग्यता : शास्त्री(.B.A) , शिक्षाशास्त्री(B.ED), आचार्य(M. A) …
The list of favorite articles does not exist yet...
View all articles- BASIC✍TO🚀ADVACE🌍SANSKRIT
-
- 🕉 Sanskrit☀️Gyan 🕉
- 🔍Find Panditji
- Sanskrit📚Ebooks
- Sanskrit🧰Tools⚙
- Sanskrit🎮Games
- Beginner's🧑🍼sanskrit📖course
- Sanskrit📰News💫Events
- Sanskrit🔊Shubhashit
- Sanskrit🔔Quiz
- Sanskrit⁉️Question🛩️Answer
- ✍️Facts in 🎉Sanskrit
- 🅰️Advance🎉Tools🏺Factory
- Sanskrit🏫School🫱🏻🫲🏻Sahayak
- Sanskrit✍️Exam🫱🏻🫲🏻Sahayak
- Sanskrit🪙Dhaturupani
- Sanskrit🧾Shabdarupani
- Sanskrit🕷️Websiites🏬Store
- Sanskrit🎶Songs
- Sanskrit🔖Word🎲Dictionary
- Sanskrit🔖Image📲Dictionary
- Kavyashish🎓Academy
- 🔄Sanskrit Dainik Panchang
- 🔄Sanskrit subhashit calender
- Sanskrit🌳Ayurved
- Sanskrit🧘yoga
"दानेन तुल्यं सुहृदोस्ति नान्यो" संस्कृत भाषा की सेवा और विस्तार करने के हमारे इस कार्य में सहभागी बने और यथाशक्ति दान करे।About-Us
Donate Now!
YouTube Chanel
Donate Page!
🙏 संस्कृतज्ञानपरिवारे🙏 भवतां सर्वेषां स्वगतम् 🙏
Multi-Site Label Widgetसंस्कृत-ज्ञानस्य अनुक्रमणिका
Click here to explore labels from all associated sites.
संस्कृत-ज्ञानस्य अनुक्रमणिका
×
Loading labels from all sites…
Posts for Label
×
Pinned Post
Latest Posts
संस्कृत शब्दरूप जनरेटर
संस्कृत शब्दरूप जनरेटर संस्कृत शब्दरूप जनरेटर एक डिजिटल उपकरण है जो संस्कृत शब्दों के विभिन्न रूपों (प्रथमा से लेकर सप्त…
चुरादिगण (दशम गण) परिचय, महत्व, धातु सूची, उपयोग
संस्कृत धातुरूप – चुरादिगण संस्कृत एक अद्भुत और गहन भाषा है, जिसमें प्रत्येक धातु (verb) का एक विशेष अर्थ और क्रियात्मक प्रयोग होता है। पाणिनि के अ…
क्रयादिगण (नवम् गण) परिचय, महत्व, धातु सूची, उपयोग
संस्कृत धातुरूप – क्रयादिगण संस्कृत व्याकरण में धातु शब्दों और क्रियाओं का एक महत्वपूर्ण स्थान होता है, जो वाक्य की संरचना और अर्थ को आकार देते है…
रूधादिगण (अष्टं गण) परिचय, महत्व, धातु सूची, उपयोग
संस्कृत धातुरूप – रूधादिगण संस्कृत व्याकरण में धातु शब्दों के माध्यम से वाक्य और विचारों का निर्माण होता है। पाणिनि के अष्टाध्यायी में धातुओं को दस…
तनादिगण (सप्तम् गण) परिचय, महत्व, धातु सूची, उपयोग
संस्कृत धातुरूप – तनादिगण संस्कृत में धातु शब्दों और क्रियाओं का मूल आधार होते हैं, जो वाक्य निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पाणिनि द्वा…
तुदादिगण (षष्ठं गण) परिचय, महत्व, धातु सूची, उपयोग
संस्कृत धातुरूप – तुदादिगण संस्कृत व्याकरण में धातु शब्दों और वाक्यों की नींव है। पाणिनि की अष्टाध्यायी में धातुओं को 10 गणों में विभाजित किया गया…
स्वादिगण (पञ्चम् गण) परिचय, महत्व, धातु सूची, उपयोग
संस्कृत धातुरूप – स्वादिगण संस्कृत व्याकरण में धातु शब्द निर्माण का मूल आधार है। पाणिनि की अष्टाध्यायी में सभी धातुओं को 10 गणों में विभाजित किया …
दिवादिगण (चतुर्थ गण) परिचय, महत्व, धातु सूची, उपयोग
संस्कृत धातुरूप – दिवादिगण संस्कृत व्याकरण में धातु शब्द निर्माण का आधार है। पाणिनि द्वारा संरचित अष्टाध्यायी में सभी धातुओं को 10 गणों में वर्गीक…
ह्वादिगण (जुहोत्यादि) (तृतीय गण) परिचय, महत्व, धातु सूची, उपयोग
संस्कृत धातुरूप – ह्वादिगण (जुहोत्यादि) संस्कृत व्याकरण के दस गणों में से एक है ह्वादिगण , जिसे जुहोत्यादि गण भी कहा जाता है। इस गण का नाम इसकी पह…
अदादिगण (द्वितीय गण) परिचय, महत्व, धातु सूची, उपयोग
संस्कृत धातुरूप – अदादिगण संस्कृत व्याकरण में धातुओं का विशेष महत्व है। पाणिनि की अष्टाध्यायी के अनुसार, सभी धातुओं को 10 अलग-अलग गणों (समूहों) मे…
भ्वादिगण (प्रथम गण) परिचय, महत्व, धातु सूची, उपयोग
संस्कृत धातुरूप – भ्वादिगण संस्कृत भाषा में धातुरूप का विशेष महत्व है। यह धातु (मूल क्रिया) किसी भी शब्द और वाक्य का आधार होती है। पाणिनि के अष्टा…