वेद विषयक

शुनःशेप ओर वाङ्मनस आख्यान

शुनःशेप ओर वाङ्मनस आख्यान  ॥शुनःशेप आख्यान॥ शुनः शेप ऐतरेय ब्राह्मण में स्थित एक आख्यान है। इसका सारांश यह है कि जब तक मृत्यु सामने न आये तब तक रूपा…

पञ्चमहायज्ञ

पञ्चमहायज्ञ ॥पञ्चमहायज्ञ॥ ये गृह्य यज्ञों के अन्तर्गत आते हैं, ये प्रत्येक गृहस्थ के लिए अनिवार्य बताए गए है। इनकी संख्या पाँच है- ब्रह्मयज्ञ, देवयज…

दर्शपौर्णमास एक श्रौतयाग

दर्शपौर्णमास एक श्रौतयाग ॥ दर्शपौर्णमास एक श्रौतयाग ॥ यह 30 दिन तक चलता है। यज्ञ 'श्रौत' और 'स्मार्त' के भेद से अनेक प्…

अग्निष्टोम एक श्रौतयाग

अग्निष्टोम एक श्रौतयाग ॥अग्निष्टोम एक श्रौतयाग ॥ 'यज्ञायज्ञा वो अग्नये' (ऋग. 6.48.1 और सामवेद मंत्र 35)  इस ऋचा पर सामगान ' अग्निष्टोम &…

अग्निहोत्र एक श्रौतयाग

अग्निहोत्र एक श्रौतयाग ॥अग्निहोत्र॥ अग्निहोत्र एक वैदिक यज्ञ है। इस यज्ञ का वर्णन यजुर्वेद में मिलता है। वैदिक काल में अग्निहोत्र का बड़ा नाम था। हि…

ब्राह्मण-साहित्य प्रतिपाद्य विषय, विधि एवं उसके प्रकार

ब्राह्मण-साहित्य प्रतिपाद्य विषय, विधि एवं उसके प्रकार  ब्राह्मणग्रन्थों का प्रतिपाद्य विषय UGC - net सम्पुर्ण संस्कृत सामग्री कोड - २५ पुरा सिलेबस ब…

अथर्ववैदिक पृथिवी सूक्त

अथर्ववैदिक पृथिवी सूक्त   पृथ्वी सूक्त ( 12 - 1 ) ऋषि - अथर्वा,  मंत्र - 63  सत्यं बृहदृतमुग्रं दीक्षा तपो ब्रह्म यज्ञः पृथिवीं धारयन्ति ।  सा नो भूत…

अथर्ववैदिक राष्ट्राभिवर्धनम् ओर काल सूक्त

अथर्ववैदिक राष्ट्राभिवर्धनम् ओर काल सूक्त राष्ट्राभिवर्धनम् (1-29) ऋषि - वसिष्ठ, मन्त्र - 6 अभीवर्तेन मणिना येनेन्द्रो अभिवावृधे ।  तेनास्मान् ब्रह्म…

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