श्री रविवार व्रत जी आरती
3/16/2023 12:46:21 pm
श्री रविवार व्रत की आरती
आरती क्या है और कैसे करनी चाहिए? प्रमुख देवी-देवताओ की आरतीया अनुक्रमणिका
श्री रविवार व्रत
कहूँ लगि आरती दास करेंगे,
सकल जगत जाकि जोति विराजे || टेक
भार उठारह रोमावलि जाके,
कहा भयो शिर पुष्प धरे हो राम |
छप्पन भोग जाके नितप्रति लागे,
कहा भयो नैवैध धरे हो राम |
अमित कोटि जाके बाजा बाजे,
कहा भयो झंकार करे हो राम |
हिम मंदार जाको पवन झंकोरे,
कहा भयो शिर चवर ढुरे हो राम |
लख चोरासी बन्दे छुडाये,
केवल हरियश नामदेव गाये || हो राम
सात समुन्द्र जाके चरणनि बसे,
कहा भयो जल कुम्भ भरे हो राम |
कोटि भानु जाके नख की शोभा,
कहा भयो मंदिर दीप धरे हो राम |
चार वेद जाके मुख की शोभा,
कहा भयो ब्रहमा वेद पड़े हो राम |
शिव सनकादिक आदि ब्रह्मादिक,
नारद मुनि जाको धयान धरें हो राम |