आरती गजबदन विनायककी
3/16/2023 12:24:04 pm
आरती गजबदन विनायककी
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा - श्री गणेश जी की आरती
श्री गजबदन विनायक
आरती गजबदन विनायककी। सुर-मुनि-पूजित गणनायककी॥ x2
आरती गजबदन विनायककी ||
एकदन्त शशभाल गजानन, विघ्विनाशक शुभगण कानन |
शिवसुत वन्धमान-चतुरानन, दुःखविनाशक सुखदायक की॥
आरती गजबदन विनायककी ||
ऋद्धि-सिद्धि-स्वामी समर्थ अति, विमल बुद्धि दाता सुविमल-मति।
अघ - वन - दहन अमल अबिगत गति, विद्या - विनय-विभव-दायककी ॥
आरती गजबदन विनायककी ||
पिङ्गलनयन, विशाल शुण्डधर, धूम्रवर्ण शुचि वज्रांकुश-कर
लम्बोदर बाधा-विपत्ति-हर, सुर- वन्दित सब विधि लायककी||
आरती गजबदन विनायककी |