संस्कृत व्याकरण संस्कृत सीखने के लिए बहोत ही महत्व पूर्ण है । व्याकरण से ही हम जान सकते है कि कोनसे शब्द को कैसे बोलना है, या उस वर्ण का उच्चारण व पठन किस तरह से होगा ।
व्याकरण के इस अभ्यास मैं संस्कृत में शब्दरूप बहोत आवश्यक हैं शब्द रूप ज्ञात करने से ही हम सही वाक्य रचना कर पाते है ।
शब्दरूप बहोत है किंतु उनमे कुछ प्रमुख जो सबसे अधिक प्रयोग मैं आते है यदि कोई छात्र शुरुआत से संस्कृत पढ़ना चाहता है तो उसे यह चार - " राम " , " अम्बा " , " नदी " , " फलम् " शब्द रूप कंठस्थ कर लेने चाहिए ।
• शब्द अनेक वर्णो के मेल से बनता है अर्थात् दो या दो से अधिक वर्णो या अक्षरों के सार्थक समूह को शब्द कहते है ।
जैसे - संज्ञा , सर्वनाम आदि संस्कृत भाषा में लिंग तीन होते हैं ।
शब्दों को भी तीन भागों में बाँटा जा सकता है ।
( 1 ) पुंल्लिंग शब्द - राम , छात्र इत्यादि
( 2 ) स्त्रीलिंग शब्द - रमा , नदी इत्यादि
( 3 ) नपुंसकलिंग शब्द - जल , फल , पत्र आदि ।
स्वर अथवा व्यजंन के आधार पर शब्द दो प्रकार का होता है ।
( 1 ) अजन्त या स्वरान्त शब्द जिन शब्दों के अन्त में कोई स्वर होता हैं उन्हें अजन्त या स्वरान्त कहते हैं , यथा - राम , रमा , कवि , नदी , भानु , पितृ , गो इत्यादि ।
( 2 ) हलन्त या व्यंजनान्त शब्द जिन शब्दों के अन्त में कोई व्यंजन होता है , उसे हलन्त या व्यंजनान्त कहते हैं । यथा- राजन् , सरित् , आत्मन् इत्यादि ।
लिंग व अन्तिम अक्षर की दृष्टि से शब्दों को निम्नलिखित छ : वर्गों में रखा गया है ।
( 1 ) अजन्त पुंल्लिंग - राम , मोहन आदि
( 2 ) अजन्त स्त्रीलिंग - रमा , लता आदि
( 3 ) अजन्त नपुंसकलिंग - जल , पत्र , पुस्तक आदि
( 4 ) हलन्त पुंल्लिंग - राजन् , आत्मन्
( 5 ) हलन्त स्त्रीलिंग - सरित
( 6 ) हलन्त नपुंसकलिंग- मनस , पयस्
संस्कृत ज्ञान शुरुआत से संस्कृत का अध्ययन कराने जा रहा है । आप भी जुडना चाहते है तो हमारी चैनल संस्कृत ज्ञान " https://youtu.be/lHO-dits_P4 को subscribe कर हमारे विविध आयामो का free मैै लाभ ले सकते है।
यहां सभी प्रमुख शब्द रूप की सूची प्रदान की जा रही हैं । संस्कृत में प्रवीणता प्राप्त करने हेतु आप इसे जरूर याद करले ।
- " अस्मद " (अहम्/आवाम्/वयम्) शब्द ।
- " युस्मद् " (त्वम्/युवाम्/यूयम्) शब्द।
1 . अकारान्त पुर्लिंग " राम " शब्द ।
2 . इकारान्त पुर्लिंग " हरि " शब्द ।
3 . इकारान्त पुर्लिंग " पति " शब्द ।
4 . इकारान्त पुर्लिंग " सखि " शब्द ।
5 . उकारान्त पुर्लिंग " गुरु " शब्द ।
6 . ऋकारान्त पुर्लिंग " पितृ " शब्द ।
7 . तकारान्त पुर्लिंग " भूभृत् " शब्द ।
8 . तकारान्त पुर्लिंग " गच्छत् " शब्द ।
9 . नकारान्त पुर्लिंग " आत्मन् " शब्द ।
10 . अकारान्त पुर्लिंग " सर्व " शब्द ।
11 . दकारान्त पुर्लिंग " तद्(सः) " शब्द ।
12 . मकारान्त पुर्लिंग " इदम्(अयम्) " शब्द ।
1 . आकारान्त स्त्रीलिंग " रमा " शब्द ।
2 . इकारान्त स्त्रीलिंग " मति " शब्द ।
3 . ईकारान्त स्त्रीलिंग " नदी " शब्द ।
4 . ईकारान्त स्त्रीलिंग " स्त्री " शब्द ।
5 . उकारान्त स्त्रीलिंग " धेनु " शब्द ।
6 . ऊकारान्त स्त्रीलिंग " वधू " शब्द ।
7 . आकारान्त स्त्रीलिंग " सर्वा " शब्द ।
8 . आकारान्त स्त्रीलिंग " तद्(सा) " शब्द ।
9 . मकारान्त स्त्रीलिंग " इदम्(इयम्) " शब्द ।
1 . अकारान्त नपुंसकलिंग " फल " शब्द ।
2 . इकारान्त नपुंसकलिंग " वारि " शब्द ।
3 . उकारान्त नपुंसकलिंग " मधु " शब्द ।
4 . तकारान्त नपुंसकलिंग " जगत् " शब्द ।
5 . अकारान्त नपुंसकलिंग " सर्वम्" शब्द ।
6 . दकारान्त नपुंसकलिंग " तद्(तत्) " शब्द ।
7 . मकारान्त नपुंसकलिंग " इदम् " शब्द ।
नोंध :- यहा जीस भी जगह भिन्न रंग का शब्द दिख रहा है उस पर टच करके आप उस पेज मे जा सकते हैं ।।