प्रमुख संस्कृत शब्दरूप

" रामादि " सभी प्रमुख शब्दरूप।

 संस्कृत व्याकरण संस्कृत सीखने के लिए बहोत ही महत्व पूर्ण है । व्याकरण से ही हम जान सकते है कि कोनसे शब्द को कैसे बोलना है, या उस वर्ण का उच्चारण व पठन किस तरह से होगा । 

व्याकरण के इस अभ्यास मैं संस्कृत में शब्दरूप बहोत आवश्यक हैं शब्द रूप ज्ञात करने से ही हम सही वाक्य रचना कर पाते है । 

Sanskrit shabdarup list

शब्दरूप बहोत है किंतु उनमे कुछ प्रमुख जो सबसे अधिक प्रयोग मैं आते है यदि कोई छात्र शुरुआत से संस्कृत पढ़ना चाहता है तो उसे यह चार - " राम " , " अम्बा " , " नदी " , " फलम् " शब्द रूप कंठस्थ कर लेने चाहिए ।

🍁 शब्दरूप याद करने के नियम जानने यहाँ क्लीक करे  ।

  

🍁 शब्द विचार 

• शब्द अनेक वर्णो के मेल से बनता है अर्थात् दो या दो से अधिक वर्णो या अक्षरों के सार्थक समूह को शब्द कहते है ।

 जैसे - संज्ञा , सर्वनाम आदि संस्कृत भाषा में लिंग तीन होते हैं ।

 शब्दों को भी तीन भागों में बाँटा जा सकता है । 

( 1 ) पुंल्लिंग शब्द - राम , छात्र इत्यादि 

( 2 ) स्त्रीलिंग शब्द - रमा , नदी इत्यादि 

( 3 ) नपुंसकलिंग शब्द - जल , फल , पत्र आदि ।

स्वर अथवा व्यजंन के आधार पर शब्द दो प्रकार का होता है ।

 ( 1 ) अजन्त या स्वरान्त शब्द जिन शब्दों के अन्त में कोई स्वर होता हैं उन्हें अजन्त या स्वरान्त कहते हैं , यथा - राम , रमा , कवि , नदी , भानु , पितृ , गो इत्यादि ।

 ( 2 ) हलन्त या व्यंजनान्त शब्द जिन शब्दों के अन्त में कोई व्यंजन होता है , उसे हलन्त या व्यंजनान्त कहते हैं । यथा- राजन् , सरित् , आत्मन् इत्यादि । 

लिंग व अन्तिम अक्षर की दृष्टि से शब्दों को निम्नलिखित छ : वर्गों में रखा गया है । 

( 1 ) अजन्त पुंल्लिंग - राम , मोहन आदि

 ( 2 ) अजन्त स्त्रीलिंग - रमा , लता आदि 

( 3 ) अजन्त नपुंसकलिंग - जल , पत्र , पुस्तक आदि 

( 4 ) हलन्त पुंल्लिंग - राजन् , आत्मन् 

( 5 ) हलन्त स्त्रीलिंग - सरित 

( 6 ) हलन्त नपुंसकलिंग- मनस , पयस्

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यहां सभी प्रमुख शब्द रूप की सूची प्रदान की जा रही हैं । संस्कृत में प्रवीणता प्राप्त करने हेतु आप इसे जरूर याद करले ।

$ उत्तम(प्रथम) पुरुष के लिए शब्दरूप :- 

- " अस्मद " (अहम्/आवाम्/वयम्) शब्द ।

$ मध्यम(द्वितीय) पुरुष के लिए शब्दरूप :-

- " युस्मद् " (त्वम्/युवाम्/यूयम्) शब्द। 


$ अन्य(तृतीय) पुरुष के लिए शब्दरूप तीनो लिंगों मैं :-

पुर्लिंग प्रमुख शब्दरूप :-

1 . अकारान्त पुर्लिंग " राम " शब्द ।

2 . इकारान्त पुर्लिंग " हरि " शब्द । 

3 . इकारान्त पुर्लिंग " पति " शब्द ।

4 . इकारान्त पुर्लिंग " सखि " शब्द ।

5 . उकारान्त पुर्लिंग " गुरु " शब्द ।

6 . ऋकारान्त पुर्लिंग " पितृ " शब्द ।

7 . तकारान्त पुर्लिंग " भूभृत् " शब्द ।

8 . तकारान्त पुर्लिंग " गच्छत् " शब्द ।

9 . नकारान्त पुर्लिंग " आत्मन् " शब्द ।

10 . अकारान्त पुर्लिंग " सर्व " शब्द ।

11 . दकारान्त पुर्लिंग " तद्(सः) " शब्द ।

12 . मकारान्त पुर्लिंग " इदम्(अयम्) " शब्द ।



स्त्रीलिंग प्रमुख शब्दरूप :-

1 . आकारान्त स्त्रीलिंग " रमा " शब्द ।

2 . इकारान्त स्त्रीलिंग " मति " शब्द ।

3 . ईकारान्त स्त्रीलिंग " नदी " शब्द ।

4 . ईकारान्त स्त्रीलिंग " स्त्री " शब्द ।

5 . उकारान्त स्त्रीलिंग " धेनु " शब्द ।

6 . ऊकारान्त स्त्रीलिंग " वधू " शब्द ।

7 . आकारान्त स्त्रीलिंग " सर्वा " शब्द ।

8 . आकारान्त स्त्रीलिंग " तद्(सा) " शब्द ।

9  . मकारान्त स्त्रीलिंग " इदम्(इयम्) " शब्द ।

नपुंसकलिंग प्रमुख शब्दरूप :-

1 . अकारान्त नपुंसकलिंग " फल " शब्द ।

2 . इकारान्त नपुंसकलिंग " वारि " शब्द ।

3 . उकारान्त नपुंसकलिंग " मधु " शब्द ।

4 . तकारान्त नपुंसकलिंग " जगत् " शब्द ।

5 . अकारान्त नपुंसकलिंग " सर्वम्" शब्द ।

6 . दकारान्त नपुंसकलिंग " तद्(तत्) " शब्द ।

7 . मकारान्त नपुंसकलिंग " इदम् " शब्द ।


नोंध :- यहा जीस भी जगह भिन्न रंग का शब्द दिख रहा है उस पर टच करके आप उस पेज मे जा सकते हैं ।।